चंपावतः जान हथेली में रखकर स्कूल पहुंच रहे शिक्षक व छात्र! आपदा में सड़क बहने से बढ़ी परेशानी, हादसे में चोटिल हुई भोजन माता

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लोहाघाट। बीते 12-13 सितंबर को आई भीषण आपदा से लोहाघाट ब्लॉक के सीमांत रोसाल क्षेत्र में भारी तबाही मची तथा क्षेत्र की सड़कें व पैदल रास्ते बह गए। वहीं जीआईसी दसलेख के शिक्षक सड़क और रास्ते बहने से खतरनाक पहाड़ियों से चढ़कर जान हथेली में रखकर जैसे-तैसे स्कूल पहुंच रहे हैं। इन खतरनाक पहाड़ियों से स्कूल पहुंचने के बीच शिक्षकों के साथ कभी भी जानलेवा दुर्घटना हो सकती है। वहीं विद्यालय की भोजन माता झूपा देवी गुरुवार को स्कूल जाने के दौरान गिरकर घायल हो गई, जिन्हें उपचार के लिए डोली के सहारे वाहन तक लाया गया, जिनका जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। विद्यालय की प्रधानाचार्य दीपा टम्टा ने बताया कि शिक्षकों को स्कूल पहुंचने के लिए 5 से 7 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। क्षेत्र के रास्ते व सड़क बहने से स्कूली छात्र-छात्राओं को भी स्कूल आने-जाने के दौरान बड़ा खतरा बना हुआ है। उन्होने बताया कि विद्यालय में आपदा से मलबा घुसने से पठन-पाठन का कार्य प्रभावित हो रहा है। वहीं इस मामले का एसडीएम रिंकू बिष्ट ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। एसडीएम ने कहा कि इस मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी से वार्ता की गई है। बच्चों व शिक्षकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विशेष परिस्थिति में विद्यालय को दो दिन के लिए बंद करने के निर्देश दे दिए गए हैं। आगे के निर्णय स्थिति को देखते हुए लिए जाएंगे। एसडीएम रिंकु बिष्ट ने बताया कि सड़क खोलने के लिए मशीने लगी हुई हैं। जल्द मार्ग को सुचारू कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर आपदा ने सीमांत क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है और प्रशासन तेजी से स्थिति को सामान्य करने में जुटा हुआ है।


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