नई दिल्ली। आयकर विभाग ने राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में बड़ी कार्यवाही करते हुए करीब साढ़े चार करोड़ से अधिक की नगदी और जेवरात जब्त किए हैं। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर 33 परिसरों की छानबीन की गई, जहां कुछ समूह द्वारा जमीन-जायदाद, बालू की खुदाई और शराब का कारोबार किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि तलाशी के दौरान आयकर विभाग को दस्तावेजी सबूत मिले और उसने बिना हिसाब-किताब वाली नकदी के लेन-देन सम्बंधी रसीदों को जब्त कर लिया। ये भी पता चला कि इस बेहिसाब नकदी का इस्तेमाल जमीन खरीदने में किया गया था। इसके अलावा बालू की नकद बिक्री के दस्तावेजी सबूत भी हाथ लगे और उन्हें जब्त कर लिया गया। इनकी छानबीन करने पर पता चला कि इस नकदी के बारे में खाते में कोई हिसाब-किताब नहीं है। तलाशी कार्रवाई में बिना हिसाब-किताब की 2.31 करोड़ रुपये नकद और 2.48 करोड़ रुपये के जेवरात भी जब्त किये गये। इन जेवरात के बारे में कुछ पता न चल सका कि ये कहां से आये। इस तलाशी अभियान में बिना हिसाब-किताब वाली 50 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई का पता चला है। करदाताओं ने यह स्वीकार किया है कि 35 करोड़ रुपये से अधिक की रकम का कोई हिसाब.किताब नहीं रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वे समय पर बकाया टैक्स चुका देंगे। वहीं सूत्रों की मानें तो आर्यकर विभाग की यह कार्रवाई अभी भी जारी है इस मामले में और भी कई खुलासे हो सकते हैं।