आगरा. ताजनगरी आगरा में पत्रकार की पत्नि की हत्या के मामले में 9 साल बाद परिवार को इंसाफ मिला है. जिला न्यायलय ने इस मामले में मृतका के भांजे समेत दो दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साल 2014 में आगरा के थाना न्यू आगरा क्षेत्र में पत्रकार विजय शर्मा की पत्नी की हत्या कर दी गई थी. पत्नी के साथ उनके पालतू कुत्ते की भी हत्या की गई थी.
इस मामले में कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया और 9 साल बाद आरोपी रॉनी और आशुतोष को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई. 9 साल बाद आए फैसले में पालतू तोते की भूमिका काफी अहम रही. वारदात के बाद से ही पुलिस अपराधियों की तलाश में जुटी थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा था. लेकिन घर में पले पालतू तोते मिट्ठू बार बार मृतका के भांजे का नाम ले रहा था. जिसके बाद जब पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तप उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
विशेष न्यायाधीश, दस्यु प्रभावित क्षेत्र, मोहम्मद राशिद ने महिला की हत्या के मामले में दोषी आशुतोष गोस्वामी और रॉनी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके साथ ही 72 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
प्यारे मिट्ठू तोते ने खोले थे कई राज़
नीलम की हत्या 9 साल पहले थाना न्यू आगरा क्षेत्र में हुई थी. हत्या करने के बाद हत्यारों ने घर में लूटपाट भी की थी. जब पुलिस ने जांच शुरू की थी तो, पुलिस को हत्यारों को खोजने में काफी समय लग रहा था. हत्या के बाद से ही मृतका के घर में पल रहा मिट्ठू राजा (तोता) लगातार महिला के भांजे आशुतोष गोस्वामी उर्फ आशु का नाम ले रहा था. इसके बाद पुलिस ने मृतका के भांजे को हिरासत में लिया और पूछताछ की. पूछताछ में भांजे ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की बात कबूली थी.