प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद का शव चकिया स्थित उसके घर पर लाया जा रहा था. यहां नकाब पहने कई महिलाएं असद के शव को देखने के लिए खड़ी थीं. वहीं दूसरी तरफ कुर्सी पर नकाब पहने बैठी एक महिला रो रही थी. जिसको लेकर चर्चा हो रही थी कि ये असद की मां शाइस्ता है, जो उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है और फरार चल रही है.
सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गरमा गया कि शाइस्ता अपने बेटे को आखिरी बार देखने चुपके से आई है. शाइस्ता पर यूपी पुलिस ने 50 हज़ार की इनाम भी घोषित किया हुआ है. लोग यूपी पुलिस पर भी निशाना साधने लगे कि फरार शाइस्ता असद की मिट्टी में पहुंची तो उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. इधर बुर्के वाली महिला के शाइस्ता होने की चर्चा होती रही, उधर बुर्के वाली महिला कोई और निकली.
दरअसल, शनिवार को चकिया और कब्रिस्तान के आसपास भारी संख्या में पुलिस तैनात थी. आशंका जताई जा रही थी कि शाइस्ता अपने बेटे को आखिरी बार देखने के लिए आ सकती है और वहीं पर वह सरेंडर भी करेगी. असद की मिट्टी में बुर्का पहने कई महिलाएं नजर आईं. लेकिन बुर्के में कुर्सी पर बैठकर रो रही एक महिला पर सभी की नजर गई. कारण, जब उसे पता लगा कि असद का शव चकिया के घर पर नहीं आ रहा तो वह कब्रिस्तान जाने के लिए महिला काफी परेशान हुई और एक लड़की के साथ कब्रिस्तान पहुंच गई.
मर्डर से जुड़े सवालों पर पुलिस के साथ टालमटोल कर रहा अतीक अहमद
पुलिस कब्रिस्तान के अंदर जाने वालों के नाम और पता रजिस्टर में नोट कर रही थी. मीडिया वाले भी उस महिला से उसका पता पूछते रहे थे, लेकिन वह बिना कुछ बताए कब्रिस्तान के अंदर जबरदस्ती चली गई. यह काफी चर्चा का विषय बना. लोगों को संदेह हुआ कि कहीं ये महिला शाइस्ता तो नहीं, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. लेकिन चर्चाओं पर उस समय विराम लग गया जब इस महिला की पहचान सामने आई.
आखिर कौन थी वह महिला?
पुलिस ने नकाब वाली उस महिला से गहनता से पूछताछ की तो पता चला कि वो 50 हज़ार की इनामी शाइस्ता नहीं, बल्कि अतीक अहमद की बड़ी बहन शाहीन है. वह असद के जनाजे में शामिल होकर उसको आखिरी बार देखने आई थी. इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.
कब्र में मिट्टी देने वालों ने मांगी माफी की दुआ
गौरतलब है कि झांसी से असद का शव शनिवार सुबह करीब 9:30 कसारी मसारी के कब्रिस्तान पर पहुंचा. भीड़ और हंगामे की आशंका को देखते हुए असद के शव को चकिया के पुश्तैनी घर ना ले जाकर सीधे कब्रिस्तान ले जाया गया. जहां कब्र के अंदर असद के शव को दफना दिया गया. इसके बाद खड़े लोगों ने मिट्टी दी, फातिया पढ़ी. इसके बाद अल्लाह से असद के गुनाहों के लिए माफी मांगी और दुआ मांगी कि उसने जो किया अल्लाह उसके गुनाहों को माफ करे.
झांसी में UP STF ने किया था असद का एनकाउंटर
गुरुवार को यूपी के झांसी में यूपी एसटीएफ (UP STF) ने अतीक अहमद के बेटे असद (Asad) का एनकाउंटर कर दिया था. इसी के साथ शूटर गुलाम को भी ढेर कर दिया था. इस मामले को लेकर यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा था कि एसटीएफ की टीम पिछले डेढ़ महीने से असद अहमद और गुलाम को ट्रेस कर रही थी. यह एनकाउंटर यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल की अगुवाई में हुआ था. असद पर पांच लाख का इनाम था. Asad और शूटर मो. गुलाम के पास से एक ब्रिटिश Bull Dog Revolver और Walhther Pistol बरामद की गई थी.
प्रयागराज में 24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
यूपी के प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल प्रयागराज में हुए राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे. उमेश जैसे ही अपनी गाड़ी से उतरे, वैसे ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी. इस दौरान उनकी और उनके एक गनर की गोली लगने से मौत हो गई. जबकि दूसरे गनर की इलाज की दौरान मौत हो गई थी. बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था. इस हत्याकांड में अतीक पर साजिश रचने का आरोप है.
उमेश पाल हत्याकांड में सामने आया था असद का वीडियो
उमेश पाल हत्याकांड में एक सीसीटीवी सामने आया था, जिसमें उमेश पाल गोली लगने के बाद भी गोली मारने वाले असद से भिड़ता दिखाई दे रहा था. यह सीसीटीवी फुटेज 44 सेकंड के वीडियो के आगे का था, जिसमें असद पिस्टल से फायर करते दिखा था.