जयपुर. देश की रक्षा परियोजनाओं से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां विदेशी खुफिया एजेंसी को भेजने के आरोप में सीबीआई ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक पत्रकार है और दूसरा उसका सहयोगी है. जो नौसेना का पूर्व कमांडर है. बताया जा रहा है कि एक पुराने मामले की जांच में इन दोनों के खिलाफ बड़ी संख्या में देश की रक्षा परियोजनाओं से जुड़ी खुफिया जानकारी विदेशी खुफिया एजेंसी को भेजने के सबूत मिले हैं. इसके बाद ही दोनों को गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई ने अपने प्रेस नोट में कहा गया है कि एक मामले की चल रही जांच में एक आरोपी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एक आरोपी (एक पत्रकार) और उसके सहयोगी (पूर्व-नौसेना कमांडर) को आधिकारिक गुप्त अधिनियम की धारा 3 r/w भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी के तहत दर्ज मामले की जांच के आधार पर गिरफ्तार किया है.
पिछले साल दर्ज किया था मामला : सीबीआई ने 09 दिसंबर 2022 को एक आरोपी के खिलाफ डीआरडीओ, रक्षा परियोजनाओं और उनकी प्रगति के विवरण, भारतीय सशस्त्र बलों की भविष्य की खरीद के बारे में संवेदनशील विवरण और अन्य संवेदनशील जानकारी अनधिकृत रूप से एकत्रित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था. इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, मित्र देशों के साथ देश की रणनीतिक और कूटनीतिक वार्ता के विवरण से जुड़ी संवेदनशील जानकारी को विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ साझा करने का भी आरोप है.
एनसीआर और जयपुर में 15 जगह तलाशी : सीबीआई की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि इस मामले को लेकर एनसीआर और जयपुर में लगभग 15 स्थानों पर तलाशी ली गई. सीबीआई ने तलाशी के दौरान दोनों आरोपियों और इनसे संबंधित लोगों के लैपटॉप, टैबलेट, मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव सहित 48 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं. इसके अलावा, भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों से संबंधित कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.
बड़ी मात्रा में डाटा भी किया बरामद : सीबीआई के डिजिटल फोरेंसिक विशेषज्ञों ने दोनों आरोपियों और उनसे जुड़े लोगों के क्लाउड आधारित खातों, ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट में संग्रहित डाटा भी बरामद किया है. ये भी आरोप है कि आरोपी पत्रकार और उसके सहयोगी (पूर्व-नौसेना कमांडर) के पास भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों से संबंधित कई गुप्त दस्तावेज थे. पूर्व नौसेना कमांडर वर्तमान में एक निजी फर्म में काम कर रहे हैं.
कई विदेशी एजेंसियों से समझौते किए : आरोपी के कब्जे से बरामद उपकरणों की जांच से पता चला है कि वो कथित रूप से विभिन्न स्रोतों से भारत की रक्षा खरीद से संबंधित गोपनीय जानकारी इकट्ठा कर रहा था और कई विदेशी संस्थाओं, उनके एजेंटों और उनसे जुड़े लोगों के संपर्क में था. गोपनीय जानकारी साझा करने के लिए कई विदेशी संस्थाओं के साथ समझौते की भी जानकारी मिली है. सीबीआई की ओर से पूर्व में दर्ज मामले में यह भी आरोप लगाया गया था कि आरोपी और उसके परिवार के सदस्यों ने विदेशी स्रोतों से बड़ी रकम प्राप्त की थी. इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को आज दिल्ली में कोर्ट में पेश किया जाएगा.