लखनऊ। भाजपा हाईकमान ने यूपी के पंचायती राज मंत्री व जाट नेता चौधरी भूपेन्द्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी है। जाट नेता चौधरी सिंह अब स्वतंत्र देव सिंह की जगह लेंगे।पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश (जेपी) नड्डा ने गुरुवार को भूपेन्द्र सिंह को भाजपा उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया है। बता दें कि भूपेन्द्र सिंह को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार को नई दिल्ली बुलाया था। इसके बाद से ही उनके इस पद पर आसीन होने की अटकलें लगने लगी थीं। आपको यह भी बता दें कि चौधरी भूपेंद्र सिंह की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट बिरादरी में मजबूत पकड़ है। मुलायम सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले भूपेंद्र चौधरी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बड़ी जिम्मेदारी मिली है। 54 वर्षीय भूपेंद्र चौधरी 2016 में पहली बार विधान परिषद सदस्य चुने गए थे। 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें पंचायती राज विभाग का राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया था। 2019 में मंत्रिमंडल फेरबदल में चौधरी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 में चौधरी को पुनः कैबिनेट मंत्री बनाते हुए पंचायती राज विभाग की जिम्मेदारी दी गई। चौधरी हाल ही में पुनः विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए हैं।
सियासी जानकारों की मानें तो चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने से लोकसभा चुनाव में सपा और रालोद गठबंधन से संभावित नुकसान को कम किया जा सकेगा। वहीं, लगातार दूसरी बार पिछड़े वर्ग के नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने से पश्चिम से पूर्वांचल तक ओबीसी वोट बैंक में अच्छा संदेश जाएगा।