उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के राज्य में केंद्रीय नागरिक संहिता लागू करने के वादे पर नेताओ ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले मुख्यमंत्री के इस तरह के दावे से साफ होता है कि भाजपा उत्तराखंड में हार रही है और उन्हें “कुछ कानूनी सलाह” की जरूरत है।
मालूम हो कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने सरकार बनने और यूनिफॉर्म सिविल कोड का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किये जाने की बात कही थी।
धामी ने कहा था कि, “यह समान नागरिक संहिता उन लोगों के सपनों को साकार करने की दिशा में एक कदम होगा, जिन्होंने हमारे संविधान को बनाया और संविधान की भावना को मजबूत किया। यह अनुच्छेद 44 की दिशा में भी एक प्रभावशाली कदम होगा, जो सभी नागरिकों के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड प्रदान करता है।
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को समझना चाहिए कि यूनिफॉर्म का मतलब आम नहीं है। ओवैसी ने जोर देकर कहा कि एआईएमआईएम ‘विविधता में एकता’ में विश्वास करता है, जिसका अर्थ है कि एक आकार सभी के लिए उपयुक्त नहीं होगा।