नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिले में आतंकियों की तलाश में सेना का ऑपरेशन जारी है। इस बीच राजौरी और पुंछ में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। बता दें कि गुरुवार को राजौरी में हुए आतंकी हमले में पांच सैनिक शहीद और दो जवान घायल हो गये थे। इसकी जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने ली है। क्षेत्र की हवाई निगरानी बढ़ाए जाने के बीच सेना ने जमीनी तलाशी अभियान तेज कर दिया है, खासकर पुंछ जिले के राजौरी सेक्टर में डेरा की गली के वन क्षेत्र में। पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) एक उग्रवादी संगठन है जो जम्मू-कश्मीर में सक्रिय रूप से विद्रोह में लगा हुआ है। यह पहली बार जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म होने के बाद देखा गया था। 7 जनवरी 2023 को भारत के गृह मंत्रालय ने पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) को एक आतंकवादी समूह के रूप में नामित किया था। लश्कर-ए-तैयबा के अलावा पीएएफएफ भी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA), 1967 की धारा 35 के तहत “आतंकवादी संगठन” के रूप में नामित समूहों की सूची में शामिल है। पीएएफएफ अपने हमलों को शूट करने के लिए बॉडी कैमरों का उपयोग किया करता है। फिर आतंकवादी समूह प्रचार के लिए फिल्मों का उपयोग करता है।