गुरुनानक जयंती के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नागरिकों को सम्बोधित किया।देश के नागरिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वप्रथम देश के नागरिकों को गुरुनानक जयंती की बधाई दी।अपने सम्बोधन में किसानों को केंद्रित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार को हमेशा ही किसान का हित करने वाली सरकार कहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे सम्बोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार छोटे किसानों को साथ लेकर काम करती है।मोदी ने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए ही सरकार ने किसान सम्मान निधि, फसल बीमा जैसी अनेक योजनाओं को लागू किया।मोदी ने कहा कि उनकी नीयत में कभी कोई कमी नही रही है और उनकी मंशा कभी खराब नही रही है।अपने सम्बोधन के दौरान भावुक होते हुए मोदी ने कहा कि “दीये जैसा प्रकाश भी हम अपनी तपस्या में कमी के कारण ही किसानों के एक तबके को समझा नही पाए हैं।”
मोदी ने कहा कि कृषि कानूनों को किसानों के लिए फायदेमंद होने के बावजूद भी आज हमें भारी मन से कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ रहा है,जिसके लिए वो देशवासियों से क्षमा मांगते हैं साथ ही मोदी ने कृषि कानूनों के समर्थक किसानों व संगठनों के प्रति आभार व्यक्त किया।
अब प्रधानमंत्री मोदी की इस घोषणा के पश्चात भाजपा के समर्थक किंकर्तव्यविमूढ़ नजर आ रहे हैं,एक ओर तो कुछ भाजपा समर्थक तीनो कानूनों के वापस होने की खुशी जता रहे हैं तो दूसरी ओर कुछ समर्थक अभी भी उलझन में हैं।
मोदी की इस घोषणा के पश्चात भाजपा समर्थक दोराहे पर खड़े हैं,वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ही अंदाज में सम्बोधन करते हुए सरकार की नीयत को साफ बताते हुए कृषि कानून वापस लेने की बात कह दी परन्तु भाजपा समर्थकों से यह सवाल पूछे जाने पर कि “सरकार का कृषि कानून लाने का फैसला सही था या वापस लेने का” तो भाजपा समर्थकों से जवाब दिए नही बन रहा है।