टनकपुर। टनकपुर में वर्षों से रेलवे की भूमि पर कब्जा करके बैठे कच्चे और पक्के अतिक्रमण को लेकर रेलवे एक बार फिर सख्त होता हुआ दिख रहा है और 10 जनवरी से अपनी भूमि पर अवैध कब्जा कर बैठे लोगों के अतिक्रमण को तोडने का अभियान चलाने का एलान कर चुका है।इसके लिए सुरक्षा की दृष्टि से जिले के सभी थानों से पुलिस और फायर ब्रिगेड के अलावा भारी संख्या में पीएसी भी तैनात करने की तैयारी कर ली है और अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन शनिवार को नोटस भी चस्पा कर देगा।
लेकिन क्या रेलवे की कार्यवाही पूरी हो पाएगी ये आज भी सबसे बड़ा सवाल है,क्योंकि इससे पूर्व भी रेलवे इस तरह के प्रयास कर चुका है परंतु वोट बैंक की राजनीति के चलते नेता रेलवे की कार्यवाही का विरोध करते रहते हैं और अब जब उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं तो इस मामले में राजनीति होना और भी स्वाभाविक है।सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनो ने नेता रेलवे की इस कार्यवाही का विरोध करते नजर आ सकते हैं।
गौरतलब है कि रेलवे की जमीन पर बैठे लंबे समय से बैठे अतिक्रमणकारी कब्जा छोड़ने को तैयार नही हैं जबकि अतिक्रमणकारियों में से अनेकों लोग ऐसे हैं जिन्होंने अन्य स्थलों पर अपने मकान बनाये है।बावजूद उसके वो रेलवे की भूमि से अतिक्रमण छोड़ने को तैयार नही है बल्कि कच्चे अतिक्रमण को पक्का करने पर जुटे हैं वहीं कुछ लोगो ने रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण कर वाहन पार्किंग आदि भी बना रखा है।
हालांकि इस बार रेलवे आर-पार के मूड में दिख रहा है और पुलिस मुख्यालय से अतिक्रमण हटाने को लेकर फोर्स की तैनाती का भी आदेश आ गया है।जिले के सभी थाना और कोतवाली प्रभारियों को फोर्स उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं।