देहरादून। रिस्पना नदी किनारे अवैध अतिक्रमण के खिलाफ आज दूसरे दिन भी अभियान जारी रहा। दूसरे दिन दीपनगर कॉलोनी से अतिक्रमण हटाने के लिए 8 अवैध मकानों पर बुल्डोजर चलाया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने जोरदार तरीके से विरोध जताया, जिसके चलते पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हुई। एनजीटी के आदेश के तहत नगर निगम में रिस्पना नदी किनारे काठ बांग्ला बस्ती से लेकर मोथरोवाला के बीच 13 किलोमीटर के हिस्से पर 27 मलिन बस्तियों का सर्वे किया गया था, जिसमें साल 2016 के बाद 525 अतिक्रमण पाए गए, जिसमें 89 अतिक्रमण नगर निगम की भूमि पर, 413 एमडीडीए की भूमि पर, 12 नगर पालिका मसूरी और 11 राजस्व भूमि पर पाए गए थे। बाकी विभागों को छोड़कर नगर निगम ने आपत्तियों की सुनवाई के बाद 74 अतिक्रमण ध्वस्त किए जाने योग्य पाए गए। एनजीटी ने इस मामले में 30 जून तक हर हाल में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका घर 13 साल पुराना है, लेकिन उस पर भी बुल्डोजर चलाया जा रहा है। यहां पर उन्होंने घर गांव की जमीन 5 लाख रुपए में बेचकर खरीदी था, लेकिन आज बेघर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तो कर रहा है, लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।