मसूरी। मसूरी में मजदूर संघ द्वारा मसूरी शिफन कोर्ट से बेघर हुए 84 परिवारों के साथ शहीद स्थल पर एक दिवसीय उपवास रखकर पूर्व पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस मौके पर निर्णय लिया गया कि अगर 28 अगस्त को मजदूर संघ अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर शहहीद स्थल पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेगा और अगर उसके बाद भी उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो 2 सितंबर मसूरी गोली कांड के वर्षगांठ पर शहीद स्थल पर होने वाले कार्यक्रम का बहिष्कार कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का घेराव किया जाएगा। बता दें कि मजदूर संघ द्वारा मसूरी में साइकिल रिक्शा को ई-रिक्शा में परिवर्तित करने, शिफनकोर्ट के बेघर हुए 84 परिवारों को आवास उपलब्ध कराए जाने और मसूरी बेकरी हिल एमडीडीए पार्किंग को दोबारा से मजदूर संघ के नाम पर किए जाने को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा है। परन्तु ना तो सरकार और ना ही मसूरी नगर पालिका प्रशासन उनकी मांग पर ध्यान दे रही है। एसडीएम डा. दीपक सैनी भी मात्र उनको आश्वासन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी पुरुकुल रोपवे परियोजना के तहत शिफन कोर्ट में रह रहे 84 परिवारों को कोविड काल में बेघर कर दिया गया था, जिसके बाद गणेश जोशी द्वारा शिफन कोर्ट के लोगों के लिए आईडीएच बिल्डिंग पर हंस फाउंडेशन के माध्यम से आवास बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा शिलान्यास कराया गया था परंतु शिलान्यास के बाद आज तक एक पत्थर भी नहीं लगा है। उन्होंने कहा कि पूर्व पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने भी उनको गुमराह किया है जिसका जवाब उन्हें आने वाले समय पर दिया जाएगा।