रुद्रप्रयाग। सावन मास के अंतिम सोमवार को रुद्रप्रयाग जनपद के कोटेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। भक्त की भीड़ सुबह से ही शिवालयों में उमड़ने शुरू हो गई थी। खासकर कोटेश्वर महादेव मंदिर में पुलिस प्रशासन की ओर से भीड़ को नियंत्रण किया गया, जबकि जाम की समस्या से भी लोगों को छुटकारा दिलाया। कोटेश्वर महादेव मंदिर रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से मात्र तीन किमी की दूरी पर स्थित है। कोटेश्वर महादेव मंदिर एक गुफा में स्थित है, जहां से अलकनंदा नदी कुछ ही मीटर की दूरी पर बहती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब राक्षस भस्मासुर ने भगवान शिव को अपनी शक्ति से मारने की कोशिश की, तो भगवान शिव राक्षस से बचकर भागे और भगवान विष्णु की मदद के लिए कोटेश्वर गुफा में ध्यान लगाया। उसके बाद भगवान विष्णु ने राक्षस भस्मासुर का वध किया। कोटेश्वर मंदिर के महंत शिवानंद गिरी महाराज ने कहा कि सावन के अंतिम सोमवार को दूर-दराज से हजारों की संख्या भक्त गुफा में जलाभिषेक को पहुंचे। सावन माह में एक बिल्वपत्र और जल चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। कोटेश्वर गुफा में सावन माह में जल चढ़ाने का विशेष महत्व है।