श्रीनगर गढ़वाल। बेस चिकित्सालय के श्रीनगर में बाल रोग विभाग के डॉक्टरों ने पौड़ी जिला अस्पताल से रेफर होकर आई एक नवजात बच्ची का सफल इलाज कर नया जीवनदान दिया है। विगत 11 दिन पहले पौड़ी अस्पताल से एक गंभीर स्थिति में शिशु रेफर होकर पहुंची थी। बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ. सीएम शर्मा एवं उनकी टीम द्वारा बच्ची की हालत को देखते हुए तुरंत नीक्कू वार्ड के वेंटीलेटर में रखकर इलाज शुरु किया। बाल रोग विशेषज्ञ एवं विभागाध्यक्ष डॉ. सीएम शर्मा ने बताया कि बच्ची का हार्ट रेट 300 से अधिक आ रहा था और बीपी भी कट्रोल नहीं था और गम्भीर निमोनिया से बच्ची की छाती काफी प्रभावित थी। ऐसी स्थिति को देखते हुए बच्ची को वेंटीलेटर पर रखकर हार्ट रेट और बीपी ठीक करने के लिए तीन-तीन दवा चलाई गई। धीरे-धीरे बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार आया। डॉ. शर्मा के मुताबित हार्ट रेट ज्यादा और बीपी कट्रोल ना होने के साथ निमोनिया वाले बच्चे जिंदगी और मौत के बीच झूझते हैं। किंतु उक्त बच्ची समय पर अस्पताल पहुंचकर त्वरित इलाज कर नया जीवन मिलने में सफल हो पायी। उन्होंने कहा कि पहले इस तरह के बच्चे दून व ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर होते थे, किंतु अब ऐसे बच्चों का इलाज बेस चिकित्सालय में सफलतापूर्वक किया जा रहा है। वहीं परिजनों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत व सभी डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया।