नई दिल्ली। हमेशा विवादों में रहने वाले आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर भड़काऊ बयान को लेकर सुर्खियों में है। इस बार उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के भाषण की आलोचना की और कहा कि यह पूरी तरह झूठ और अर्धसत्य था। ओवैसी ने शुक्रवार रात को सिलसिलेवार ट्ववीट कर जनसंख्या नीति, अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने तथा अन्य मुद्दों पर भागवत के बयान की आलोचना की। ओवैसी ने कहा, हमेशा की तरह भागवत का आज का भाषण झूठ और इसमें आधा सत्य था। उन्होंने जनसंख्या नीति का आह्वान किया और यह झूठ फिर से बोला कि मुस्लिमों और ईसाईयों की जनसंख्या में वृद्धि हुई है। मुस्लिम जनसंख्या दर में वृद्धि सबसे तेज गति से घटी है। कोई जनसांख्यिकीय असंतुलन नहीं है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह लिंग परीक्षण जैसी सामाजिक बुराइयों के प्रति चिंता करने की जरूरत है। असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर ट्विट्स की लाइन लगा थी जिसमें उन्होंने मोहन भागवत के तमाम दावों का जवाब दिया है। ओवैसी ने कहा कि मोहन भागवत का भाषण “झूठ और अर्धसत्य” से भरा था। मुस्लिम आबादी में वृद्धि वाले दावों पर निशाना साधते हुए एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि दर में सबसे तेज गिरावट आई है। ओवैसी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जनसंख्या नियंत्रण नीति का मतलब कामकाजी आयु वर्ग में कम युवा होगा। उन्होंने ट्वीट ने लिखा कि वे बढ़ती हुई आबादी का समर्थन कैसे करेंगे? आरएसएस प्रमुख मोहन ने तालिबान को आतंकवादी कहा। यह पीएम मोदी पर सीधा हमला है, जिनकी सरकार ने उन्हें हमारे दूतावास में होस्ट किया था। अगर वे आतंकवादी हैं, तो क्या सरकार उन्हें यूएपीए के तहत सूचीबद्ध करेगी?