नई दिल्ली। तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू-कश्मीर गए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज तीसरे दिन श्रीनगर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह कश्मीर के युवाओं से दोस्ती करना चाहते हैं और इसी लिए वह बिना बुलेटप्रूफ के उनके बीच आए हैं। कहा कि यहां के लोग अपने दिलों से खौफ निकाल दें, अब समय आ गया है जब आतंकियों का डटकर मुकाबला किया जाए। कहा कि हर हिन्दुस्तानी के दिल में जम्मू-कश्मीर बसता है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर और यहां के निवासियों से बेहद प्यार करते हैं, इसलिए मोदी सरकार ने कश्मीर के लोगों को बराबरी का अधिकार मिले, इसके लिए जरूरी कदम उठाए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बहुत लोगों ने सवाल उठाए कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी के लोगों की ज़मीन छीन ली जाएगी, ये लोग विकास को बांध कर रखना चाहते हैं, अपनी सत्ता को बचाकर रखना चाहते हैं, 70 साल से जो भ्रष्टाचार किया है उसको चालू रखना चाहते हैं। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू कश्मीर के गंदेरबल जिले में खीर भवानी मंदिर में पूजा-अर्चना की। अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री सोमवार को तड़के मध्य कश्मीर जिले के तुल्लामुल्ला इलाके में चिनार के पेड़ों से घिरे मंदिर परिसर में गए। पारंपरिक कश्मीरी फिरन पहने शाह ने माता रागन्या देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना की। उनके साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे। बता दें कि शाह शनिवार को जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे। श्रीनगर पहुंचते ही उन्होंने पुलिस अधिकारी परवेज अहमद के परिवार से मुलाकात की, जो इस साल जून में आतंकवादियों के हमले में शहीद हो गए थे। उसी दिन, बाद में शाह ने यहां राजभवन में हुई एक बैठक में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और घाटी में नवगठित युवा क्लब के सदस्यों के साथ शाम में बातचीत की। रविवार को शाह ने जम्मू का दौरा किया जहां उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया।