लखनऊ। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरि में हुई हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के ड्राइवर हरिओम मिश्रा के परिवार से मिलने के लिए यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक उनके घर पहुंचे। इस दौरान मंत्री पाठक ने परिजनों का हाल जाना और आश्वासन दिया कि दुख की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई ंिहसा में आठ लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 4 किसान थे, तीन भाजपा कार्यकर्ता और एक पत्रकार था। हालांकि लखीमपुर हिंसा में मारे गए उसी क्षेत्र के बाकी चार अन्य लोगों के परिवारों से वो नहीं मिले। जिसमें नछत्तर सिंह और लवप्रीत सिंह, भाजपा कार्यकर्ता श्याम सुंदर निषाद और पत्रकार रमन कश्यप शामिल हैं। बता दें कि इसमें मारे गए दो अन्य किसान, गुरविंदर सिंह और दिलजीत सिंह, पड़ोसी जिले बहराइच जिले से थे। बृजेश पाठक ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, “स्थिति सामान्य होने पर मैं निषाद और कश्यप के परिवारों से भी मिलूंगा, क्योंकि वे उस जगह के करीब रहते हैं जहां घटना हुई थी।” वहीं किसानों के परिवारों से मिलने को लेकर मंत्री ने कहा कि “हालात ठीक होने पर” वो मारे गए किसानों के परिवारों के साथ बातचीत करेंगे। हालांकि मंत्री के इस दौरे को लेकर विपक्षी दलों ने निशाना साधते हुए इसे “ध्यान हटाने की कोशिश” बताया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी कि “मारे गए किसानों के परिवारों से बीजेपी के किसी मंत्री का मिलना जल्दबाजी होगी”। उन्होंने कहा, ‘परिवारों की तरफ से प्रतिक्रिया हो सकती है, इसलिए अगर किसी को मिलना है तो पहले परिवारों से अनुमति लेनी चाहिए।