नई दिल्ली। गांधी जयंती के मौके पर आज देश में खादी से बना सबसे बड़ा तिरंगा लेह की उंची चोटी पर फहराया गया। 14 क्विंटल वजन के इस तिरंगे को सेना के जवान पैदल पहाड़ी पर चढ़े, जहां इसे शान से फहराया गया। भारतीय सैनिकों के इस साहस की आज चहुं ओर प्रशंसा हो रही है। खबर है कि भारतीय सेना की 57 इंजीनियर रेजिमेंट के 150 सैनिकों ने खादी से बने दुनिया के सबसे बड़े भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को लेह लद्दाख में जमीन से 2000 फीट ऊपर एक पहाड़ी की चोटी पर ले गए। इस दौरान सैनिकों को चोटी पर पहुंचने में दो घंटे लग गए। लेह के खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा इस पर और जानकारी देते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय ध्वज खादी से बना दुनिया का सबसे बड़ा भारतीय झंडा है। इसकी लंबाई 225 फीट, चौड़ाई 150 फीट और वजन 1400 किलोग्राम है। झंडा 37,500 वर्ग फुट क्षेत्र को कवर करता है। इस ध्वज को तैयार करने में 49 दिन का समय लगा है। इस झंडे को लद्दाख के एलजी आरके माथुर ने अनावरण किया। एलजी ने इस मौके पर कहा कि गांधी जी ने कहा था कि हमारा झंडा एकता, मानवता का प्रतीक है। देश में हर किसी ने इसे स्वीकार किया है। यह देश के लिए महानता का प्रतीक है। आने वाले वर्षों में, यह झंडा हमारे सैनिकों के लिए उत्साह का प्रतीक होगा।