जम्मू। लद्दाख में राजस्व विभाग में होने वाली विभिन्न पदों की भर्ती हेतु उर्दू की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है, जिसके बाद कारगिल और लेह जिले में सियासत तेज हो गई है। प्रशासन के इस फैसले से लेह में तो खुशी का माहौल नजर आ रहा है परंतु मुस्लिम बहुल इलाके कारगिल में इसकी नाराजगी देखने को मिल रही है।
मालूम हो कि उपराज्यपाल ने आदेश जारी को प्रदेश में पटवारी, नायब तहसीलदार आदि पदों के लिए उर्दू भाषा की जानकारी होने का प्रावधान खत्म कर दिया है। ऐसे में अब उर्दू ना पढ़ने वाले छात्र भी इन पदों हेतु आवेदन कर सकते हैं।कारगिल स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के चीफ एग्जीक्यूटिव फिरोज खान ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया है।