नैनीताल। कांग्रेस से टिकट न मिलने से नाराज होकर भाजपा का दामन थामने वाली महिला काँग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और अब नैनीताल सीट से भाजपा प्रत्याशी सरिता आर्या नई मुसीबत में फंसती हुई दिख रही हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सरिता आर्या के जाति प्रमाण पत्र पर सवाल उठ गए हैं। हल्द्वानी निवासी हरीश चन्द ने सरिता आर्या के जाति प्रमाण पत्र पर सवाल उठाते हुए तहसीलदार, उप जिलाधिकारी और जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजा है और सरिता आर्या के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग की है। शिकायती पत्र में शिकायतकर्ता ने कहा है कि वर्ष 2008 में जारी जाति प्रमाण पत्र में सरिता आर्या की माता और उनके पति का नाम लिखा है, जबकि नियमानुसार जाति प्रमाण पत्र में पिता का नाम होना चाहिए। शिकायतकर्ता ने कहा कि सरिता आर्या के पिता का नाम कुलदीप सिंह है जो कि अनुसूचित जाति में नहीं सामान्य वर्ग में आते हैं।शिकायतकर्ता ने कहा कि सरिता आर्या के पिता सामान्य वर्ग के थे जबकि उनकी माता अनुसूचित जाति की महिला हैं, ऐसे में सरिता आर्या का जाति प्रमाण पत्र गलत जानकारी के आधार पर बनाया गया है और यह जाति प्रमाण पत्र गलत है, इस कारण इसे रद्द कर देना चाहिए।
मालूम हो कि वर्ष 2012 में हेम आर्य द्वारा सरिता आर्या के जाति प्रमाण पत्र को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी, परंतु हाई कोर्ट ने इस याचिका को रद्द कर दिया था। हालांकि हाईकोर्ट ने जाति प्रमाण पत्र के संबंध में सक्षम फोरम में चुनौती देने की छूट दी थी। अब सरिता आर्या के जाति प्रमाण पत्र पर सवाल उठने के बाद उप जिलाधिकारी ने सरिता आर्या के जाति प्रमाण पत्र के संबंध में जांच के आदेश दे दिए हैं।