नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्र सरकार के बीच तकरार थमने का नाम नहीं ले रही. दिल्ली में प्रशासनिक अधिकारियों की पोस्टिंग और ट्रांसफर पर अपने नियंत्रण को कायम रखने के लिए केंद्र की ओर से लाए गए अध्यादेश के बाद केजरीवाल फिर हमलावर हैं. ऐसे में उन्हें कांग्रेस की ओर से एक नसीहत जरूर दी गई है. कांग्रेस नेता अजय माकन ने उन्हें दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की कार्यशैली से जुड़ी सलाह दी है कि इस तरह की स्थितियों से ‘कुशलतापूर्वक’ कैसे निपटा जाए.
अजय माकन ने इसे ‘शीला दीक्षित की विरासत’ करार देते हुए लिखा, ‘ये अधिकारी किसी के साथी नहीं हैं. उनसे कुशलता से निपटें… जरूरत पड़ने पर चाय और पकौड़ा पेश करें, और जरूरत पड़ने पर डटे रहें…’ माकन ने कहा, ‘ऐसी स्थितियों में जब कोई केंद्र की सरकार के साथ मतभेद में होता है, उन्होंने (शीला दीक्षित) मुझे बाधाओं से कुशलता से निपटना सिखाया. शहर के कल्याण पर स्पष्ट ध्यान देने के साथ सेवा करना सिखाया. जरूरत पड़ने पर चाय और पकौड़ा खिलाना, और जरूरत पड़ने पर डटे रहना. यह शीला जी की विरासत है, सार्वजनिक हित की सेवा करने के लिए एक मार्गदर्शन है.
उन्होंने आप सुप्रीमो को अधिकारियों के साथ सम्मानपूर्वक जुड़ने, संवाद करने और दिल्ली की उन्नति के लिए उन्हें राजी करने की भी सलाह दी. माकन ने कहा कि केजरीवाल के ‘कठोर शब्दों’ का इस्तेमाल करने की पिछली हरकतें उन्हें ऐसी स्थितियों में कहीं नहीं ले जाएंगी.