लोकसभा चुनाव 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए विपक्ष एकता दिखा रहा है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी अलग-अलग राज्यों का दौरा करके विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इस बीच, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ चेहरे लड़ेंगे तो मुश्किल होगी. बहुत लोग कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अगर आप चेहरों से पीएम मोदी का मुकाबला करेंगे तो बीजेपी को फायदा होगा. जो जहां है वहां उसको मुकाबला करने की जरूरत है. नीतीश कुमार को विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर भी वो सहमत नहीं दिखे.
नीतीश कुमार पर ओवैसी का तंज
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि नए नए ‘सेक्युलर चाचा’ नीतीश कुमार के राज में बच्चे भी महफूज नहीं, उन्हें कोर्ट में रस्सी से बांध कर पेश किया जाता है. दंगाइयों को पकड़ने के बजाय, पुलिस मुसलमान बच्चों को निशाना बना रही है. पुलिसकर्मियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए और बच्चे के घरवालों को मुआवजा मिलना चाहिए.
नए नए “सेक्युलर चाचा” @NitishKumar के राज में बच्चे भी महफ़ूज़ नहीं, उन्हें कोर्ट में रस्सी से बांध कर पेश किया जाता है। दंगाइयों को पकड़ने के बजाय, पुलिस मुसलमान बच्चों को निशाना बना रही है। पुलिस कर्मियों को सख़्त सज़ा मिलनी चाहिए और बच्चे के घर वालों को मुआवजा मिलना चाहिए https://t.co/VaBFadyqrY
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 10, 2022
चेहरा सामने रखकर चुनाव लड़ने से किसे होगा फायदा?
असदुद्दीन ओवैसी ने साफ कहा कि नीतीश कुमार कभी बीजेपी के साथ होते हैं तो कभी पाला बदल लेते हैं. ताकतवर हमेशा ताकतवर का ही साथ देता है. पीएम मोदी को अगर किसी चेहरे को आगे रखकर चुनौती दी जाएगी तो बीजेपी को इससे फायदा होगा.
महागठबंधन को मजबूत करने की कवायद
बता दें कि हाल ही में नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि यूपी और बिहार में महागठबंधन के जरिए पीएम मोदी को चुनौती देने की कोशिश की जा रही है. लखनऊ के सपा दफ्तर में नीतीश कुमार और अखिलेश यादव एक होल्डिंग में भी साथ भी नजर आए थे.