अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी से बुधवार को मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए उनकी शख्सियत की तुलना राजीव गांधी, पी वी नरसिम्हा राव, चंद्रशेखर, मोरारजी देसाई, जैसे पूर्व प्रधानमंत्रियों से कर ममता बनर्जी की केंद्रीय राजनीति में आने की इच्छा को और बढ़ा दिया है। तृणमूल कांग्रेस को केंद्र की राजनीति में लाने का प्रयास कर रही ममता बनर्जी के लिए स्वामी द्वारा की गई तारीफ उनके हौसले को बढ़ाने वाली है। ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया है ‘अब तक जितने राजनीतिजज्ञों के साथ उनकी मुलाकात हुई या उन्होंने जिनके साथ काम किया है उनमें वे ममता बनर्जी को जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई,राजीव गांधी,चंद्रशेखर, नरसिम्हा राव की श्रेणी में रखते हैं,जिनके लिए अपने कई शब्दों के मायने थे उनकी कथनी और करनी में अंतर नहीं था भारतीय राजनीति में यह गुण दुर्लभ है’।
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी का राज्यसभा का कार्यकाल अगले साल खत्म हो रहा है और उन्हें कुछ समय पूर्व बनी भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है सरकार में कोई महत्वपूर्ण दायित्व ना मिलने के कारण स्वामी पहले से ही सरकार से कुछ नाराज थे और अब संगठन में भी उन्हें कोई दायित्व नहीं दिया है जाहिर है कि इससे उनकी नाराजगी और बढ़ी होगी। अब देखना यह है कि स्वामी की इस टिप्पणी का ममता बनर्जी और केंद्र की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।वैसे संघ और विश्व हिंदू परिषद के बेहद करीबी सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा की गई ममता की तारीफों से भाजपा को कोई विशेष खतरा महसूस नहीं हो रहा है।वैसे भी सुब्रमण्यम स्वामी नरेंद्र मोदी के प्रबल समर्थक माने जाते हैं और बेशक वे सरकार के कार्यों की समय-समय पर आलोचना करते रहते हैं परंतु उन्होंने कभी नरेंद्र मोदी की आलोचना नहीं की।