नियामक आयोग से इस साल बिजली दरों में 6.92 प्रतिशत बढ़ोतरी के बाद भी उत्तराखंड में बिजली की दरें अन्य राज्यों से कम हैं,जबकि अन्य राज्यों में अभी इस साल के नए टैरिफ जारी नहीं हुए हैं। उनके एक साल पुराने दाम भी उत्तराखंड के नए दामों से ज्यादा हैं। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार का कहना है कि ये हालात तब हैं, जबकि हमारी बाजार पर निर्भरता 35 प्रतिशत से ज्यादा है। यूपीसीएल एमडी अनिल कुमार ने बताया, उत्तराखंड में बढ़ोतरी के बाद भी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरें 5.82 रुपये प्रति यूनिट है, जबकि पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में घरेलू उपभोक्ताओं को 6.35 रुपये प्रति यूनिट चुकाना पड़ रहा, जबकि वह बिजली सरप्लस राज्य है। गुजरात में घरेलू उपभोक्ता को 6.60 रुपये प्रति यूनिट, पंजाब में 6.35 रुपये, राजस्थान में 7.75 रुपये, यूपी में 6.99 रुपये, महाराष्ट्र में 8.81 रुपये, बिहार में 8.62 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। इन राज्यों में अभी इस साल का नया टैरिफ लागू नहीं हुआ है। नया टैरिफ आने के बाद इन राज्यों में बिजली और महंगी हो सकती है। यूपीसीएल एमडी ने कहा, लाइन लॉस भी पहले 15.25 था जो कि घटाकर 14.95 पर आ गया है। यह आंकड़ा राष्ट्रीय औसत से भी नीचे है।
राज्यवार बिजली दर
राज्य- घरेलू बिजली दर- कॉमर्शियल दर- एलटी इंडस्ट्री- एचटी इंडस्ट्री
उत्तराखंड- 5.82 -8.43 -7.84 -7.90
गुजरात- 6.60- 6.74- 8.01- 7.85
पंजाब- 6.35- 8.44- 7.53- 8.41
राजस्थान- 7.75- 11.15- 8.80- 8.61
यूपी-6.99- 10.02- 8.98- 7.99
महाराष्ट्र -8.81- 13.02- 9.08- 9.69
बिहार- 6.99- 11.16- 16.03- 11.56
हिमाचल प्रदेश- 6.35- 7.55- 7.36- 6.78
यूपीसीएल के एमडी ने कहा, बाजार से बिजली खरीद पर 40 प्रतिशत तक निर्भरता के बावजूद उत्तराखंड अपने किसानों को सबसे सस्ती बिजली दे रहा है। नए टैरिफ के साथ उत्तराखंड में किसानों के लिए बिजली की दर 2.64 रुपये प्रति यूनिट है। इसके मुकाबले गुजरात में 3.85 रुपये, पंजाब में 6.44 रुपये, राजस्थान में 5.96 रुपये, यूपी में 6.85 रुपये, महाराष्ट्र में 4.99 रुपये, हिमाचल में 7.06 रुपये और बिहार में 7.57 रुपये प्रति यूनिट की दर से किसानों को बिजली आपूर्ति की जा रही है।