उत्तराखंड चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों के पहुंचने वाले पूर्व के कई रिकॉर्ड इस साल के चारधाम यात्रा में टूट चुके हैं। इस साल चारधाम यात्रा में पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा 50 लाख पार होने से एक नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। चारधाम यात्रा में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है. इस साल 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा का शुभारंभ हुआ था। ऐसे में आगामी दिसंबर माह में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले ये आंकड़ा पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए सुखद संकेत है। गौरतलब है कि 27 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल वेदर रोड की आधारशिला रखकर उत्तराखंड में बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए हर मौसम में कनेक्टिविटी बढ़ाना है। यह परियोजना तीर्थयात्रियों को परिवहन में सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान करेगी जिससे वे मौसम की स्थिति या प्राकृतिक बाधाओं से बाधित हुए बिना अपनी यात्रा सुगमता से कर सकेंगे। इस ऑलवेदर रोड परियोजना का कार्य पूरा होने से क्षेत्र और क्षेत्रवासियों को बेहद लाभ मिलेगा जिसके सकारात्मक परिणाम वर्तमान में दिखने लगे हैं।
सीएम धामी ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए थे जिसमें चारों धामों में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्था शामिल है। यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत एंबुलेंस उपलब्ध करना और डॉक्टरों की एक विशेष टीम का गठन जिसके कारण श्रद्धांलुओं के लिए यात्रा बेहद सुविधाजनक रही। इसी क्रम में चारधाम तीर्थ स्थलों पर 50 हेल्थ एटीएम भी स्थापित किए गए जो तीर्थयात्रियों को टेली-मेडिसिन सेवाएं प्रदान कर रहा है। डबल इंजन सरकार में मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में चारधाम यात्रा को और अधिक सुगम और सफल बनाने हेतु लगातार कार्य कर रही है जिसके परिणाम स्वरुप ये आंकड़े आने वाले वर्षों में अनेक नये कीर्तिमान स्थापित करेंगे। हालांकि अभी भी यात्रा खत्म होने में करीब 1 महीने का समय बाकी है. अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा के लिए 71 लाख श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। जिसमें 50 लाख श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। ऐसे में यात्रा के समापन तक यात्रियों की संख्या नया रिकॉर्ड बनाने जा रही है।