उत्तराखंड: गंगोत्री धाम से शुरू हुई गंगा पुस्तक परिक्रमा! युवाओं ने लिया भाग

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गंगोत्री से ”गंगा पुस्तक परिक्रमा शुरू हुई है। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से आयोजित गंगा पुस्तक परिक्रमा गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक आयोजित होगी। गंगोत्री से शुरू होकर गंगा पुस्तक परिक्रमा बुधवार की दोपहर को उत्तरकाशी पहुंची। जहां जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिला कलेक्ट्रेट से ”पुस्तक प्रदर्शनी वाहन” को हरी झंडी दिखाई।

जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की गंगा पुस्तक परिक्रमा की सराहना की। उन्होंने न्यास के बीएनबी अभियान के बारे में कहा कि उपहार स्वरूप पुस्तकें देने की पहल अनुकरणीय है। हम सभी को पुस्तक भेंट करने की इस परंपरा को अपने व्यवहार में अपनाने की आवश्यकता है।उत्तरकाशी के विश्वनाथ चौक पर लगी राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से ”सचल पुस्तक प्रदर्शनी” में सैकड़ों बच्चे और युवा शामिल हुए। प्रदर्शनी में गंगा एवं अन्य नदियों के संरक्षण से जुड़ी पुस्तकें, कुमाऊंनी और गढ़वाली सहित हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू तथा अन्य भारतीय भाषाओं प्रकाशित पुस्तकें प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध हैं। स्थानीय निवासियों ने कुमाऊंनी और गढ़वाली भाषा में प्रकाशित बाल-पुस्तकों में विशेष रूप से दिलचस्पी दिखाई। उत्तरकाशी पहुंचे पर्यटकों ने भी न्यास की पुस्तकों का भरपूर आनंद लिया। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 9 नवंबर को सचल पुस्तक प्रदर्शनी के दौरान संस्कृत विद्यापीठ उत्तरकाशी में विद्यार्थियों के लिए कहानी वाचन सत्र तथा चित्रकारी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। जिसका विषय ‘संस्कृति व समाज पर गंगा का प्रभाव’ होगा। गंगा पुस्तक प्रदर्शनी की यह यात्रा उत्तरकाशी से ऋषिकेश, हरिद्वार, बिजनौर, मेरठ, अलीगढ़, फर्रुखाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, छपरा, पटना, बेगूसराय, सुलतानगंज, साहिबगंज, बहरामपुर, कोलकाता, हल्दिया से होकर 11 जनवरी, 2024 को गंगासागर में पूरी होगी। उत्तरकाशी कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रताप रावत, भाजपा नेता विजय बहादुर सिंह रावत सहित आदि मौजूद थे।


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