उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंगा का बढ़ा जलस्तर यूपी के लिए खतरा न बन जाए इसलिए गंग नगर को बंद कर दिया गया है। सभी बाढ़ चौकियां अलर्ट पर हैं। चमोली जिले में बादल फटने की सूचना के साथ नंदाकिनी, अलकनंदा और पिंडर नदियों का जलस्तर बहुत बढ़ गया है। इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों ने अपने घर खाली कर दिए हैं।
उत्तराखंड में पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश ने हरिद्वार में गंगा के जलस्तर को खतरे के निशान से ऊपर ला दिया है। आज सोमवार सुबह से गंगा 294.75 मीटर पर बह रही है। हरिद्वार में गंगा का खतरे का निशान 294 मीटर है। खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा के जलस्तर को देखते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने अपनी सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है। सावधानी बरते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंग नहर को भी बंद कर दिया है। साथ ही हरिद्वार जिला प्रशासन के साथ लगातार कोऑर्डिनेशन बनाते हुए गंगा के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। वहीं दूसरी ओर हरिद्वार जिला प्रशासन ने जिले के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही गंगा के तटवर्ती इलाकों पर रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ हेड वर्क्स अनिल निमेष ने बताया कि गंगा सोमवार सुबह 4:00 बजे से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसको देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है। साथ ही जिला प्रशासन को सूचना दे दी गई है। लगातार कंट्रोल रूम से गंगा के जल स्तर पर नजर रखी जा रही है। चमोली को लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है। चमोली के अलग अलग हिस्सों से अतिवृष्टि और बादल फटने की खबरें आ रही हैं। चमोली के नंदानगर विकासखंड में नंदाकिनी नदी ने विकराल रूप धारण किया है। नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि कुमारतोली मोहल्ले में लोग अपने घरों को छोड़ लोग सड़क पर आ गये हैं। कुमारतोली में ही स्थित सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के भवन को छूकर नदी का पानी निकल रहा है।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्कूल का भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। नंदानगर क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में हुई बारिश के कारण देर रात 11 बजे अचानक नंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिसके बाद लोगों ने अपने घरों से भागकर जान बचाई। कुमारतोली मोहल्ले में लोगों के घरों के आंगन से नंदाकिनी नदी का पानी बह रहा है। थाना नंदानगर से पुलिस के जवान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की लगातार अपील कर रहे हैं। क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण भी नदी से हुए नुक़सान का आकलन नहीं किया जा सका है।
वहीं चमोली पुलिस के अनुसार पिंडर नदी का भी जलस्तर बढ़ा है। पुलिस की ओर से लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की लगातार अपील की जा रही है। नंदानगर के नागबगड़ मोहल्ले में भी नंदाकिनी नदी का पानी दुकानों को छूते हुए बह रहा है। एहतियातन लोगों ने अपनी दुकानों से सामान निकाल कर दुकान खाली कर दी हैं. क्षेत्र में बारिश जारी है। थराली में भी थराली और कोटडीप को जोड़ने वाले पुल के बहने की खबर है। चमोली के नगर पंचायत पीपलकोटी के मायापुर में देर रात हुई भारी बारिश से बहुत नुकसान हुआ है। पीपलकोटी में पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा आने के कारण कई गाड़ियां मलबे में दब गईं. सड़क बंद हो गई है। फिलहाल जान के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। हरिद्वार और उधमसिंह नगर के बाद ऋषिकेश क्षेत्र में भी जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिसके चलते आपदा विभाग ने हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी और देहरादून के जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।