अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच ताइवान पर साइबर अटैक हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट पर विदेशी साइबर अटैक हुआ है. विवादित क्षेत्र में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की यात्रा से पहले यह साइबर अटैक हुआ है. राष्ट्रपति दफ्तर की वेबसाइट पर 502 server error दिखाई दे रहा है. हालांकि यह वेबसाइट जल्द ही नॉर्मल हो गई.
नैंसी पेलोसी के दौरे से पहले उथल-पुथल
बता दें कि नैंसी पेलोसी के मंगलवार रात ताइवान पहुंचने की उम्मीद है. नैंसी पेलोसी की यात्रा से पहले ताइवान के निकटतम क्षेत्र फुजियान में उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और सैन्य उपकरण, नौकाओं और ट्रकों को चीन में जियामेन शहर के माध्यम से ले जाया जा सकता है.
क्या है जमीन का यह विवाद?
इस बीच मंगलवार की सुबह चीन ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की. इस दौरान युद्ध विमान ताइवान की समुद्री सीमा के करीब पहुंच गए, जिसके बाद अमेरिकी नौसेना ने चार युद्धपोतों को ताइवान में तैनात किया गया. गौरतलब है कि इस क्षेत्र पर कई सालों से चली आ रही है. यह बहस तब से होती आई है, जब से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने 1949 में गृह युद्ध के बाद मुख्य जमीन चीन के नियंत्रण में कर ली थी.
पेलोसी की यात्रा से बौखलाया चीन
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Hua Chunying ने कहा कि अगर नैंसी पेलोसी ताइवान का दौरा करती हैं तो चीन कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर होगा. Hua ने कहा कि चीन पेलोसी के यात्रा कार्यक्रम को बारीकी से देख रहा है. उन्होंने वाशिंगटन को आगाह किया.
इस मामले में चीन ने कहा कि हमने अमेरिका को कड़ा विरोध किया है. हम पेलोसी के कार्यक्रम को बारीकी से देख रहे हैं. अगर अमेरिका गलत रास्ते पर जारी रहता है तो हम अपनी संप्रभुता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को मजबूर होंगे.