संतोष मांझी ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफे देने के संबंध में अपना बयान दिया है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेज दिया है। उनके इस्तीफे देने का कारण एक ही है। उन्होंने बताया कि विलय करने के लिए एक प्रस्ताव आया था। हमने अपने कार्यकर्ताओं, विधायकों और सभी से चर्चा की, लेकिन सभी ने विलय का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
विलय का प्रस्ताव जेडीयू की ओर से आया था। हम जेडीयू की भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी पार्टी खुद को कुछ मुद्दों के आधार पर बनाई गई है, इसलिए हमने संघर्ष का रास्ता चुनने का फैसला किया है, और विलय का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया है। जब पूछा गया कि एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) में शामिल होने के बारे में क्या रखा गया है, तो संतोष मांझी ने कहा कि इस मुद्दे पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हम अकेले भी चुनाव लड़ सकते हैं,
आगे की कार्रवाई को लेकर हम सभी से चर्चा करके निर्णय लिया जाएगा। हमारी पार्टी ने अब तक खुद को महागठबंधन से अलग कर लिया है। हम तो रुख करना चाहते थे, लेकिन बड़ी पार्टियाँ हमें शामिल नहीं करना चाहती हैं। वे हमारी पार्टी का समापन करना चाहती हैं, इसलिए हमने महागठबंधन से भी अलग होने का निर्णय लिया है।
#WATCH हमारी पार्टी का अस्तित्व खतरे में था उसको बचाने के लिए हमने ये कदम उठाया है। मैं महागठबंधन आज भी रहना चाहता हूं। अभी मैंने ऐसा(NDA में शामिल होने की बात) कुछ नहीं सोचा है: बिहार सरकार में अपने मंत्रीपद से इस्तीफा देने के बाद पूर्व मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन, पटना pic.twitter.com/fYLiNChbCr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 13, 2023
संतोष मांझी ने कहा कि उनके इस्तीफ़ा देने के पश्चात भी निर्णय नहीं लिया गया है कि वे एनडीए में शामिल होंगे या नहीं। इस संबंध में कुछ भी आगे की कार्रवाई के बाद तय किया जाएगा। इसके साथ ही वह बताते हैं कि उनकी पार्टी पहले से ही महागठबंधन से अलग हो चुकी है। उन्होंने यह कहते हुए बताया कि वे अपने कर्मियों और सांसदों के साथ चर्चा करके आगे का निर्णय लेंगे।