फीफा वर्ल्ड फीफा कप : वर्ल्ड कप 2022 पर अब हिंसा के बादल मंडराने लगे हैं. अर्जेंटीना और सऊदी अरब के बीच मंगलवार को हुए मैच में बड़ा उलटफेर हुआ. सऊदी अरब की फुटबॉल टीम ने अर्जेंटीना को आश्चर्यजनक तरीके से हरा दिया. जबकि, अर्जेंटीना की फुटबॉल टीम इस महासंग्राम में ज्यादातर देशों के फुटबॉल प्रेमियों की पसंदीदा टीम है. इसके ठीक एक दिन बाद यानी बुधवार की देर रात को अर्जेंटीना और मेक्सिको टीम के फैंस आपस में भिड़ गए.
फैंस के बीच हुई हाथापाई में कई प्रशंसक जख्मी हो गए. दोनों देशों के फैंस अपनी-अपनी टीम की ड्रेस में नजर आ रहे थे. ये मारपीट की घटना दोहा के अल बिद्दा पार्क में हुई, जो फीफा का फैन जोन है. फीफा ने इस फैन जोन को अलग-अलग टीम के प्रशंसकों को एक जगह इकट्ठे होकर एंजॉय करने के लिए तैयार की थी. हालांकि, इस घटना में किसी के मारे जाने की कोई खबर नहीं है. डराने वाली बात ये है कि कतर फुटबॉल कप में कुख्यात सर्बियाई अल्ट्रा फैंस भी पहुंच चुके हैं. इससे हिंसा का डर अब और बढ़ गया है. दरअसल, उनका रिकॉर्ड ही डराने वाला है.
प्लेयर्स पर हमले से भी नहीं चूकेंगे सर्बियाई अल्ट्रा फैंस
सर्बियाई प्रशंसक ग्राउंड पर हमले से लेकर बड़े पैमाने पर झगड़े और मौत की धमकियों तक के लिए दुनियाभर में कुख्यात हैं. ये विश्वकप में अपनी पसंदीदा टीम का प्रदर्शन खराब होने पर प्रतिद्वंद्वी टीम के फैंस की हत्या तक कर सकते हैं. दरअसल, सर्बिया में गुंडों के डाई-हार्ड ग्रुप्स फुटबॉल के साथ जुड़े हुए हैं. ऐसे में वे ग्राउंड पर खिलाड़ियों और विपक्षी स्टालों पर बेरहमी से हमला करने से पीछे नहीं हटेंगे. ब्राजील और सर्बिया पिछली बार फुटबॉल विश्वकप में जब आमने सामने आए थे तो मैच हिंसा के साथ ही खत्म हुआ था. साल 2018 में रूस में सर्बिया और ब्राजील के प्रशंसक हाथापाई करते नजर आए थे.
2009 में जंजीरों से पीटकर कर दी थी प्रतिद्वंद्वी की हत्या
कतर विश्वकप के आयोजक ऐसे किसी भी हादसे से बचने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे. सर्बिया में द ग्रेविदिगर्स, हेट हंटर्स, जुलु वारियर्स और रेड डेविल्स जैसे कुख्यात नाम फुटबॉल प्रशंसकों की लिस्ट में शामिल हैं. सर्बियाई अल्ट्रा के सबसे शातिर लीडर्स में एक का नाम ‘इवान द टेरिबल’ है. इन्हें फुटबॉल को लेकर अपने जुनून के लिए भी पहचाना जाता है. ऐसे में इस आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि जब इनकी फेवरेट टीम खराब प्रदर्शन करेगी तो ये ग्रुप्स कतर में भी हिंसा पर उतारू हो जाएंगे. सर्बियाई अल्ट्रा प्रशंसक ने 2009 में एक प्रतिद्वंद्वी टूलूज़ समर्थक की लोहे की सलाखों और साइकिल की जंजीरों से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.
कतर ने हिंसा रोकने को बहुराष्ट्रीय पुलिस टीम बनाई
ब्राजील के खिलाफ 2018 में मैच के दौरान हुई भीषण हिंसा जैसी घटना के दोहराव की आशंका के बीच सर्बिया को अगले सप्ताह स्विट्जरलैंड के प्रतिद्वंद्वियों का भी सामना करना पड़ सकता है, जो हिंसा की आशंका को भी हवा दे रहा है. हालांकि, कतर ऐसी किसी भी घटना पर तेजी से कार्रवाई कर हालात को काबू करने की पूरी तैयारी कर रहा है. उसने प्रशंसकों के बीच किसी भी जोर-आजमाइश को नियंत्रित करने के लिए एक बहुराष्ट्रीय पुलिस टीम का गठन कर लिया है. फुटबॉल मैच से जुड़े तमाम अधिकारी हिंसा पर नकेल कसने के लिए कमर कस चुके हैंऋ फिर भी सर्बिया के मैचों के दौरान हिंसा की आशंका को नकारा नहीं गया है.
2 दिसंबर स्विट्जरलैंड से भिडंत के दौरान सबसे ज्यादा खतरा
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, कुख्यात सर्बियाई फुटबॉल फैंस राजनीति, नव-नाज़ी सहानुभूति और संगठित अपराध से जुड़े हुए हैं. इन स्वयंभू गुंडों की ओर से कतर में विश्वकप 2022 के दौरान ताकत का प्रदर्शन करने के आसार हैं. सबसे ज्यादा तनाव की आशंका तब बनेगी, जब 2 दिसंबर को स्टेडियम 974 में सर्बिया और स्विट्जरलैंड के बीच भिडंत होगी. दोनों प्रतिद्वंद्वी आखिरी बार 2018 में फुटबॉल के मैदान में भिड़े थे. उस समय सर्ब समर्थकों को ‘किल द अल्बेनियाई’ के नारे लगाते हुए पाया गया था.