प्रयागराज: शनिवार की रात प्रयागराज में माफिया ब्रदर्स अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के मर्डर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. यह मुकदमा धूमनगंज थाने में दर्ज किया गया है. उधर, सूबे की सरकार ने घटना की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया है. इस तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग को 60 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट दाखिल करनी होगी.
इस आशय की जानकारी रविवार को दोपहर बाद प्रयागराज कमिश्नरेट कार्यालय ने दी. जानकारी के मुताबिक न्यायिक जांच आयोग के गठन का फैसला गृह विभाग द्वारा कमीशन ऑफ इन्क्वायरी एक्ट-1952 के अंतर्गत किया गया है. आयोग की जिम्मेदारी होगी कि वो 2 महीने के भीतर जांच पूरी करके रिपोर्ट दाखिल कर दे.
यह रिपोर्ट उत्तर प्रदेश राज्य शासन को सौंपी जाएगी. जांच आयोग को तय करके देना होगा कि घटना में कहां-कहां किस किस बिंदु पर चूक हुई है. क्या इस घटना को रोका जा सकता था? आइंदा इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. इस बावत भी जांच आयोग अपनी सलाह रिपोर्ट में दे सकता है.
इन लोगों को सौंपी गई कमान
तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित किए जाने की आधिकारिक सूचना राज्य के गृह विभाग ने कर दी है. इस आयोग का अध्यक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविन्द कुमार त्रिपाठी (द्वितीय) को बनाया गया है. उनके सहयोग के लिए दो अन्य सदस्यों रिटायर्ड आईपीएस और यूपी के पूर्व डीजीपी सुबेश कुमार सिंह व बृजेश कुमार सोनी रिटायर्ड न्यायाधीश भी शामिल किए गए हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश आयोग के दो अन्य सदस्य में इस न्यायिक आयोग में शामिल रहेंगे.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजी गई घटना की जानकारी
यहां बताना जरूरी है कि घटना के तत्काल बाद ही नियमानुसार मामले की आधिकारिक सूचना, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राज्य मानवाधिकार आयोग को भी भेजी जा चुकी है. दोनो आयोग भी अपनी जांच रिपोर्ट राज्य प्रशासन के हवाले करेंगे. यहां बताना जरूरी है कि शनिवार रात यानी 15 अप्रैल 2023 को रात करीब साढ़े दस बजे, प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोलियों से भूनकर मार डाला गया था.
जिंदा पकड़े गए तीनों हमलावर
हमलावर पत्रकार के रूप में उन दोनो तक पहुंचे थे. दोनो की ही मौके पर ही मौत हो गई. घटना उस वक्त पेश आई जब अतीक और अशरफ को इलाज मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था. घटना को अंजाम देने वाले तीनों हमलावर मौके पर ही जिंदा पकड़ लिए गए. उनके कब्जे से अत्याधुनिक हथियार भी जब्त कर लिए गए हैं.
हमले में साथियों की गोली लगने से एक हमलावर भी जख्मी हो गया है. जबकि धूमनगंज थाने में तैनात और मारे गए माफियाओं की सुरक्षा में मौजूद एक सिपाही भी जख्मी हो गया है.