ब्रेकिंग:-जत्थेदार का दावा किसान आंदोलन की आड़ में थी बड़ी साजिश,प्रधानमंत्री ने की नाकाम

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कृषि कानून वापस लिए जाने पर सिखों की सबसे बड़ी संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा- किसान आंदोलन की आड़ में कुछ लोग इसे सिख बनाम भारत सरकार और सिख बनाम हिंदू बनाना चाहते थे।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कृषि कानून वापसी के फैसले से उनके मंसूबे नाकाम हो गए।कृषि कानून वापस होने से बड़ा राष्ट्रीय संकट टल गया है।उनके इस बयान का बहुत बड़ा महत्व माना जा रहा है क्योंकि किसान आंदोलन में अधिकांश परिवार सिख समुदाय के ही है।
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि हमारी चिंता थी कि आंदोलन में कुछ ग्रुप ऐसे थे, जो सिख सोच, निशान, इतिहास और भावनाओं को दरकिनार कर रहे थे। कुछ ऐसे ग्रुप भी थे जो इस संघर्ष को सिखों का भारत सरकार और हिंदुओं के बीच का संघर्ष बनाने की कोशिश कर रहे थे, जिसके आने वाले समय में नुकसान झेलने पड़ते।
उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध की आड़ में कुछ शरारती लोग भाईचारा का बंटवारा करने की कोशिश कर रहे थे। वहीं कुछ अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने की कोशिश कर रहे थे। वह सिख भावनाओं को कमजोर करके सिख इतिहास को निशाने पर ले रहे थे। सिख निशान उन्हें चुभ रहा था। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी की जितनी तारीफ हो, करनी बनती है।


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