एनकाउंटर में मारा गया खूंखार डाकू गौरी यादव, 2013 में दरोगा को गोलियों से भूना था! पढ़ें डाकू गौरी के आतंक की कहानी…

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लखनऊ। आतंक के प्रयाय बने खूंखार डांकू गौरी यादव को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। बता दें कि गौरी यादव पर सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था और उसपर उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश में हत्या, लूटपाट, अपहरण आदि मामलों में 50 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। बता दें कि चित्रकूट और आसपास के जिलों में कई दशकों से गौरी यादव ने आतंक मचा रखा था। बताया जाता है कि वर्ष 2001 में गौरी यादव ने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। धीरे-धीरे वह डकैतों का सरगना बन गया। गौरी यादव के आपराधिक इतिहास पर नजर डाली जाए तो कहा जाता है कि गौरी यादव को साल 2008 में एकाउंटर के बाद जेल भेजा गया था। 2 साल बाद जब वह छूटकर आया तब उसने फिर डकैती शुरू कर दी। साल 2013 में दिल्ली पुलिस की एक टीम उसके गांव बिलहरी में दबिश देने गई थी। इस दौरान गौरी यादव ने दिल्ली पुलिस के दरोगा की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने बिलहरी गांव में ही गौरी ने 3 ग्रामीणों को बिजली के खंभे से बांधकर गोली मार दी। वर्ष 2017 में गौरी का आतंक फिर खुलकर सामने आ गया। उसने कुलहुआ के जंगल में एक ही गांव के रहने वाले 3 लोगों को जिंदा जला दिया। बीते रोज एसटीएफ की एक टीम का गौरी यादव गैंग से एनकाउंटर हुआ। इस दौरान गौरी यादव को पुलिस ने मार गिराया।


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