कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान पर गरमाई राजनीति, भारत-चीन झड़प के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछे सात सवाल

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चीन पर दिए बयान के बाद राजनीति गरमा गई है. बीजेपी लगातार बयान के बहाने राहुल गांधी पर हमलावर है. अब राहुल के बचाव में कांग्रेस पार्टी उतर आई है. पार्टी ने भारत-चीन झड़प के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सात सवाल पूछे हैं. कांग्रेस ने कहा है कि चीन से प्रधानमंत्री घबरा क्यों जाते हैं, आखिर इसके पीछे क्या राज है? चीन की ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को बार-बार ठेके क्यों दिए जाते हैं? आपका चीन के साथ क्या रिश्ता है?

कांग्रेस के प्रभारी महासचिव संचार जयराम रमेश ने ट्वीट किया और कहा- पिछले 100 दिन से भारत के लोगों की पीड़ा, आशा और आकांक्षाओं को सुनते हुए एक दिन में 20-25 किलोमीटर पैदल चलने वाले एक आदमी पर हमला करने के लिए अपने ढोल-नगाड़ों के जरिए विचलित या भटकाया नहीं जा सकता है. जवाब दो, प्रधानमंत्री

बता दें कि एक दिन पहले शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर में भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और केंद्र सरकार पर हमला बोला था. राहुल ने कहा था कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और केंद्र सरकार सो रही है. खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है. राहुल ने आरोप लगाया कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय इलाके में कब्जा कर लिया है. हमारे 20 भारतीय सैनिकों को मार डाला और अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों की पिटाई की जा रही है.

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उसके बाद बीजेपी ने शनिवार सुबह गांधी परिवार पर निशाना साधा और देश विरोधी बयान होने के आरोप जड़ दिए. देशभर में विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं. अब बीजेपी के जवाब में कांग्रेस पार्टी ने पलटवार किया है और पीएम से सात सवाल पूछे हैं.

AICC मीडिया विभाग के प्रभारी पवन खेड़ा ने कहा- ‘प्रधानमंत्री चीन से क्यों डरते हैं, इसके पीछे क्या राज है? आप बार-बार चीन की ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को ठेके क्यों देते हैं? चीन से आपका क्या रिश्ता है? कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा- इन सात सवालों पर मन की बात करना प्रधानमंत्री का राजनीतिक कर्तव्य और नैतिक दायित्व है. देश जानना चाहता है.

1. 20 जून, 2020 को आपने ऐसा क्यों कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय क्षेत्र में चीन की ओर से कोई घुसपैठ नहीं हुई है?
2. आपने चीनियों को हमारे सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में हजारों वर्ग किलोमीटर तक पहुंचने से रोकने की अनुमति क्यों दी, जहां हम मई 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त कर रहे थे?
3. आपने माउंटेन स्ट्राइक कोर की स्थापना के लिए 17 जुलाई 2013 को कैबिनेट द्वारा स्वीकृत योजना को क्यों छोड़ दिया?
4. आपने चीनी कंपनियों को पीएम केयर्स फंड में योगदान की अनुमति क्यों दी है?
5. आपने पिछले दो वर्षों में चीन से आयात को रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ने की अनुमति क्यों दी है?
6. आप इस बात पर जोर क्यों दे रहे हैं कि सीमा की स्थिति और चीन से हमारे सामने आने वाली चुनौतियों पर संसद में बहस नहीं होनी चाहिए?
7. आपने शीर्ष चीनी नेतृत्व से अभूतपूर्व 18 बार मुलाकात की है और हाल ही में बाली में शी जिनपिंग से हाथ मिलाया है. इसके तुरंत बाद चीन ने तवांग में घुसपैठ शुरू कर दी और सीमा की स्थिति में एकतरफा बदलाव करना जारी रखा. आप देश को भरोसे में क्यों नहीं लेते?

बताते चलें कि कांग्रेस एलएसी पर भारत-चीन झड़प का मामला संसद के दोनों सदनों में उठाती रही है. अन्य विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस के सांसद दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में एक बार फिर से मामले को उठाने के लिए तैयार हैं. अब सोमवार को एलएसी पर स्थिति पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं.


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