लखीमपुर खीरी हिंसाः कौन हैं केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा, कभी हुआ करते थे हिस्ट्रीशीटर, बेटे पर भी हैं मुकदमे दर्ज

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नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी में पिछले रविवार को हुई हिंसा के बाद जहां देशभर के किसानों में आक्रोश देखने को मिल रहा है वहीं सियासत भी गरमाई हुई है। विपक्षी पार्टियां केन्द्र और यूपी सरकार को इसके लिए जिम्मेदार बता रही हैं। उधर इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिसको लेकर भी कई सवाल खड़े रहे हैं। गौरतलब है कि इस पूरे घटनाक्रम में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा का नाम सामने आया है, लेकिन अभी तक उनपर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है। उधर इस मामले के बाद केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का पुराना इतिहास भी सुर्खियों में है। बताया जाता है कि अजय मिश्रा कभी लखीमपुर के तिकुनिया थाने के हिस्ट्रीशीटर हुआ करते थे बाद में हाईकोर्ट के आदेश के बाद उनकी हिस्ट्री शीट को खारिज कर दिया गया था। यही नहीं केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा पर हत्या, मारपीट, धमकी देने जैसी तमाम घटनाओं में चार मुकदमे दर्ज किए गए थे, जिनमें से दो मुकदमों में उनका बेटा आशीष मिश्रा उर्फ मोनू का नाम भी दर्ज है। ऐसे में यह सवाल भी उठ रहे हैं कि एक तरफ तो भाजपा सरकार अनुशासन की बात करती है और गुण्डाराज खत्म करने के दावे करती है वहीं भाजपा में ऐसे मंत्री हैं जिनका पुराना इतिहास अपराधों से जुड़ा है। इसको लेकर एक वीडियो भी अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था जिसमें अजय मिश्रा यह कहते दिख रहे हैं कि विधायक और सांसद बनने से पहले मैं क्या था, इसको भी जान लें। आपको बता दें कि वर्ष 1990 में पांच अगस्त को तिकुनिया थाने में अजय मिश्रा के साथ आठ लोगों पर मारपीट के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद वर्ष 2000 में आठ जुलाई को प्रभात गुप्ता की हत्या के मामले में अजय मिश्रा समेत चार लोग नामजद हुए थे। यही नहीं वर्ष 2005 में 31 अगस्त को अजय मिश्रा समेत चार लोगों पर घर में घुसकर मारपीट और दंगा फसाद का मुकदमा दर्ज हुआ था। सन 2007 में 24 नवम्बर को भी अजय मिश्रा समेत तीन लोगों पर घर में घुसकर मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ था। 2005 और 2007 के मारपीट प्रकरण में अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू का भी नाम शामिल है। ऐसे में लोग इसको लेकर भी भाजपा पर सवाल उठा रहे हैं कि जब भाजपा में ही इस प्रकार के अपराधिक किस्म के लोग बैठे हैं तो गुण्डाराज कैसे खत्म होगा। हांलाकि फिलहाल यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली में इस मामले को लेकर गहन मंथन हो रहा है और बहुत जल्द अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा पर बड़ी कार्यवाही हो सकती है।


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